याद है मुझको गुजरा हुआ जमाना अपने गाँव का वो बाग़ की बहारें वो चिडियों का चहचहाना वो कच्चे आमों के दिन गाँव में वो नर्म छाँवों के दिन गाँव में वो पल जो अपने गाँव में, गुजारा किये हैं हम वो पल जो अपने दोस्तों के साथ, संवारा किये हैं हम वो पल हमारी जिन्दगी में, बेमिसाल हैं मेरे लिए मेरा गाँव धरती पे स्वर्ग हैं ।। |
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( मुझे हमेशा से ऐसा महसूस होता है की जिसने भी गाँव नहीं देखा उसने जीवन को करीब से नहीं देखा.. वो गाँव की सुकून भरी ज़िन्दगी, सादगी, भोलापन , बड़ो का सम्मान, अपनों से प्यार, प्रकृति से लगाव ये सब हम वहाँ पर ही तो देखते हैं )
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