सोमवार, 16 अप्रैल 2012

गुजरा हुआ जमाना अपने गाँव का


याद है मुझको गुजरा हुआ जमाना अपने गाँव का
वो बाग़ की बहारें वो चिडियों का चहचहाना

वो कच्चे आमों के दिन गाँव में
वो नर्म छाँवों के दिन गाँव में

वो पल जो अपने गाँव में, गुजारा किये हैं हम
वो पल जो अपने दोस्तों के साथ, संवारा किये हैं हम

वो पल हमारी जिन्दगी में, बेमिसाल हैं
मेरे लिए मेरा गाँव धरती पे स्वर्ग हैं ।।
Kundan

( मुझे हमेशा से ऐसा महसूस होता है की जिसने भी गाँव नहीं देखा उसने जीवन को करीब से नहीं देखा.. वो गाँव की सुकून भरी ज़िन्दगी, सादगी, भोलापन , बड़ो का सम्मान, अपनों से प्यार, प्रकृति से लगाव ये सब हम वहाँ पर ही तो देखते हैं )

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